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Golden Gems Of Reels
By Balam Mohla
जब पृ ीराज कपूर ने बीड़ी पीना शु कया
ा िकसी क मदद के लए कोई अपना ि य शौक छोड़ सकता हे,
एक दल को छू ने वाला वा ा, बलम मोहला क कलम से
ये स ी कहानी है पृ ीराज कपूर क , जनको लोग ार से आपको बीड़ी से भी मल जायेगा" पापाजी ने उसक बात सुनी और
पापाजी भी कहा करते थे। पापाजी उन चंद इंसानो म से थे जो अपनी तुरंत ही बोले " बरखुरदार" तु ार बात म दम है, मेरा धुआँ भी हो
सार कमाई पर आयकर दया करते थे वो भी जब आयकर क दर जायेगा और तुमको ३० पये अ त र देने म मेरा बजट भी नह
९०% से ादा हआ करती थी और ९०% से ादा आयकर देने के बगड़ेगा। और उस दन के बाद उ ने जदं गी भर सगरेट क जगह
ु
बाद भी वो लोगो क सहायता करने म पीछे नह रहते थे। इस बात का सफ बीड़ी पी। यह तक क एक बार उ ने मेरे िपताजी को भी कहा
कोई हसाब नह लगा सकता है िक िकतने ब ो क पढ़ाई करवाई, " मोहला, देखो मेर संगत िकतनी बड़ी हो गयी है और अब तो
िकतने गर ब लोगो का इलाज करवाया और िकतने लोगो के लए चौक दार, जमादार, चालक इ ा द कोई भी आ कर मुझे बीड़ी िपला
रोजी रोटी का इंतेज़ाम करवाया। तीन तीन बड़े िफ़ ी सतार के देता है"
िपता होने के बाद भी पापाजी उन चंद लोगो म से एक थे जो अपनी
तो ऐसे थे पापाजी जो दसरे क मदद करने के लए अपने
ू
कमाई से ही अपने शौक पूरे करते थे।
शौक को भी कम करने से पीछे नह हटे।
आज म उनसे जुड़ा हआ एक बड़ा ही दल को छू ने वाला
ु
उस ज़माने म लोग ोबेर चाय िपलाते थे जससे ब क
िक ा ( संग) आप के साथ साझा कर रहा हँ। जैसा म ने आपको
ू
सूरत अ हो लेिकन अ सीरत के लए तो पृ ी साहब जैसे
बताया था िक पापाजी काफ लोगो क मदद करते थे और उन
परोपकार ही काम आते ह और आगे आने पीिढ़य को उसका फल
अन गनत मदद लेने वालो म से एक लड़का मोह द भी था जसको
मलता है जैसे पृ ीराज साहब को।
पापाजी ३० पये महीने के देते थे, सफ ३० पये? जनाब! उस
ु
ज़माने म ३० पये बहत बड़ी रकम हआ करती थी। तो मोह द जो उनके यह तीन तीन सतारा पु पैदा हए और आज तक
ु
ु
बहत मेहनती था और ातक करने के बाद अ भय ि क उनक पीिढ़य को मल रहा है। इस अंक के लए इतना ही, अगले
ु
(इंजी नय रगं ) क पढाई करना चाहता था और अ भय ि क अंक म िफर मलता हँ एक नए दल को छू ने वाले वा े के साथ।
ू
(Engineering) करने के लए िकताब और उपकरण काफ महंगे
जय ह ।
आते थे और ये सब ३० पये म संभव नह था तो उसने पापाजी से
गुजा रश क िक ३० पये क रकम को २ साल के लए ६० पये
कर दी जाये तो मेर पढ़ाई पूर हो जायगी । पापाजी ने उसक बात
सुनी और कहा "बरखुद र" तु ार गुजा रश जायज है लेिकन म ने हर
का एक बजट बना रखा है और इस समय म ३० पये को ६०
िकया तो मेरा बजट हल जायेगा और इस समय ये बहत ही मु ल
ु
है।और यह कह कर उ ने अपने ५५५ सगरेट के पैके ट म से एक
सगरेट नकाल कर उसको जलाया। उनको सगरेट जलाते देख
मोह द बोला " पापाजी आप ये सगरेट पी कर धुआँ कर द गे लेिकन
इससे बचे हए पैसे से म अपनी अ भय ि क क पढ़ाई कर सकता हँ ू
ु
और इससे म , अपने म बाप क त सुधर जाएगी और आगे आने
वाली पीिढ़यो का भ व बन जायेगा।रही बात धुआँ क , तो धुआँ तो पृ ीराज कपूर
26 JULY 2021