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म    दल-ए-ब क बोल रहा  ँ                               Hyp-O-Crazy by Betaal

                                                              Wandering Soul | In search of VikramadityA




                                  ू
         म  ब क (Bank) का   दल बोल रहा हँ, उसी ब क का  जससे आपका    लए ना के वल मूक
         वष  का नाता रहा है और  जसके  साथ आपने हर छोटी बड़ी खुशी   दश क बने रहना
         और गम साझा िकये है।  आज आप मुझसे नाराज है और    ना हो,   पसंद िकया ब
         गलती आपक  भी नह  है। आपने तो मुझे सर आँख  पर बैठाया था   गलत जानकार  भी
         और आज म ..... (आँख  म  आंसू ) आपके   लए कु छ नह  कर पा रहा   दी।
         हँ, आपको ल ी ल ी लाइन म  देख मुझे कु छ भी अ ा नह  लग
          ू
                                 ू
         रहा लेिकन म   ा क ँ  म  मजबूर हँ , मुझे अ ा नह  लग रहा है   ह  आपके  ब ो के
         आपको परेशान देखकर , आपक  बेटी क  शादी के   लए या िफर   भ व  के   लए जो
         ब े क  पढ़ाई के   लए या िफर आपक  वो दवाइय !
                                                            पैसा था वो ही लगा
                                                            था इन बेईमान लोग  क  कोठ  म , आपके   रटायरम ट के  पैसे से ही
         सब तो पता है मुझे आप ही ने तो बताया था जब आप अपनी न ी
                                                            महँगी शराब  परोसी जाती थी और आपका ही तो पैसा था  जससे ये
         ब ी क  धूमधाम से शादी करने के   लए छोटी रकम हर महीने जमा
                                                            लोग  वदेशो म  रंगरे लय  करते थे।
         करते थे या िफर वो आपक  होनहार बेटी और बेटा  जसक  पढ़ाई के
          लए आप अपना बोनस जमा करते थे।
                                                            सरकार, सरकार को  ा दोष दे, वो तो अपने अ धका रय , ऑिडटस
         मुझे आज भी याद है जब आपका जूता ज रत से  ादा फट गया था
                                                            और दसर  सं ाओ पर  नभ र रहती है, काश इन लोगो को पता होता
                                                                ू
         और म ने आपको नया जूता लेने के   लए बोला था तो आपने हँस कर
                                                            िक  जस  व ास से ये लोग खेल रहे है, उस  व ास के  ऊपर िकतने
         मना कर  दया था   िक आप अपनी लाड़ली के   ू टी के   लए पैसे
                                                            मासूम  का भ व , िकतने ईमानदार उ  मय  के  सपने और िकतने
         जमा करने आये थे।
                                                            कम चा रय  का बुढ़ापा िटका हआ है। काश इनको पता होता िक
                                                                                ु
         कभी कभी तो आप ये सभी बात   सफ   मुझे ही बताते थे, वो आपका   इनके  इस कदम से मेरे और कई भाई लोग  का ब को से  व ास उठ
                                                            जायेगा?
         सेवा नवृ त के  बाद ग व जाकर  व ालय के   लए पैसा बचाना और
          नर ह जानवर  के   लए पानी क  टकं   बनाना या िफर अपनी धम प ी
         के  साथ तीथय  ा ा पर जाना, सब तो याद है मुझे।       ा इ े नह  पता था िक इनक  कारगुजा रय  का  ा प रणाम
                                                            होगा या िफर इ   नह  पता था िक इनको इनके  कम  क  सजा भी
         अब म   ा बताऊँ  आपको, आंसू और पसीना आपका बह रहा है और
                                                             मल सकती है?
          दल मेरा रो रहा है , ह  एक ब क का  दल रो रहा है..    िक मेरा और
         आपका  र ा  सफ   ब क और  ाहक का नह  था ब    व ास का
                                                            म  रो रहा हँ. .. आपक  परेशा नय  को देखकर लेिकन मुझे थोड़ी खुशी
                                                                   ू
         था और म  इस पर खरा नह  उतरा।
                                                            भी हो रही है िक इन बेईमान  को पकड़ा जा रहा है।भगवान कर  इ
         म ने तो हमेशा आपके   व ास को कायम रखना चाहा, लेिकन म  हार   ऐसी सजा  मले  जससे ये भ व  म  मेरे और आपके  बीच का  व ास
         गया,  म  हार गया उन बेईमान  वत क  (Promoters) से  ज  ने   ना तोड़ सके ।
         अपने थोड़े से लालच और बेईमानी के   लए आपके   व ास को बेच
          दया, म  हार गया उन बेईमान उ  मय  से  ज  ने छल कपट से
                                                            मुझे  खुशी हो  रही  है  िक आपको परेशा नय   से बचाने  के   लए
         उधार लेकर आपको परेशानी म  डाल  दया।म  उन  तं   नदेशक
                                                            भारतीय   रज़व   ब क  और  सरकार  को शश कर रही है। म  भी
         (Independent Directors) से भी हार गया, जो थे तो  तं
                                                            को शश कर रहा हँ  जससे आपके   व ास को िफर से जीता जा सके
                                                                        ू
         लेिकन  सफ   उपहार लेने और गलत चीज  पर परदा डालने के   लए।  और िफर से सुन सकूँ  वो लाड़ली क  कहानी और  व ालय क  बनती

                                                            हई दीवाल।
                                                            ु
         अब म  आपको रेिटगं  एज सीज (Rating Agencies) और हमारे
         लेखा पर  को (Auditors) के  बारे म   ा कहं , ये वो लोग थे
                                         ू
          जनको बेईमान  वत क ,  नदेशक  और  वंधको के  बारे म  भारतीय    व ास करे म  िफर से वापस आऊं गा, म  ब क (Bank) का  दल बोल
          रज़व  ब क और सरकार को बताना था पर इ ोने अपने  ाथ   के    रहा हँ... ू

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