Generalमेरी कलम से

मेरी कलम से – कुछ हास्यास्पद परिभाषाएं

  1. कार्यालय :– वह स्थान जहां आप घर के तनावों से मुक्ति पाकर विश्राम कर सकते हैं।
  2. समिति :- ऐसे व्यक्ति जो अकेले कुछ नहीं कर सकते, परंतु यह निर्णय मिलकर करते हैं कि साथ साथ कुछ नहीं किया जा सकता।
  3. श्रेष्ठ पुस्तक :– जिसकी सब प्रशंसा करते हैं परंतु पढ़ता कोई नहीं है।
  4. परम आनंद : – एक ऐसी अनुभूति जब आप अनुभव करते हैं कि आप एक ऐसी अनुभूति को अनुभव करने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी अनुभव नहीं की है।
  5. कान्फ्रेन्स रूम : – वह स्थान जहां हर व्यक्ति बोलता है, कोई नहीं सुनता है और अंत में सब असहमत होते हैं।
  6. समझौता : – किसी चीज को बांटने का वह तरीका जिसमें हर व्यक्ति यह समझता है कि उसे बड़ा हिस्सा मिला।
  7. अधिकारी : – वह जो आपके पहुंचने के पहले ऑफिस पहुंच जाता है और यदि कभी आप जल्दी पहुंच जाएं तो काफी देर से आता है।
  8. व्याख्यान : – सूचना को स्थानांतरित करने का एक तरीका जिसमें व्याख्याता की डायरी के नोट्स, विद्यार्थियों की डायरी में बिना किसी के दिमाग से गुजरे पहुंच जाते हैं।
  9. अपराधी : – दुनिया के बाकी लोगों जैसा ही मनुष्य, सिवाय इसके कि वह पकड़ा गया है।
  10. कंजूस :- वह व्यक्ति जो जिंदगी भर गरीबी में रहता है ताकि अमीरी में मर सके।
  11. अवसरवादी : – वह व्यक्ति, जो गलती से नदी में गिर पड़े तो नहाना शुरू कर दे।
  12. अनुभव : – भूतकाल में की गई गलतियों का दूसरा नाम ।
  13. कूटनीतिज्ञ : – वह व्यक्ति जो किसी स्त्री का जन्मदिन तो याद रखे पर उसकी उम्र कभी नहीं।
  14. आशावादी : – वह शख्स है जो सिगरेट मांगने पहले अपनी दियासलाई जला ले।
  15. राजनेता : – ऐसा आदमी जो धनवान से धन और गरीबों से वोट इस वादे पर बटोरता है कि वह एक की दूसरे से रक्षा करेगा।
  16. आमदनी : – जिसमें रहा न जा सके और जिसके बगैर भी रहा न जा सके।
  17. सभ्य व्यवहार :– मुंह बन्द करके जम्हाई लेना ।
  18. ज्ञानी :– वह शख्स जिसे प्रभावी ढंग से, सीधी बात को उलझाना आता है।
  19. विशेषज्ञ : – वह आदमी है जो कम से कम चीजों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानता है।
  20. पड़ोसी :- वह महानुभाव जो आपके मामलों को आपसे ज्यादा समझते हैं।
  21. नेता :– वह शख्स जो अपने देश के लिये अपनी जान की कुर्बानी देने के लिये हमेशा तैयार रहता है, लेकिन देता कभी नहीं।
  22. संविदा:- शोषण के लिए बनाया गया सरकारी आदेश।????
दिलीप कुमार, व्यंग्यकार


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