Page 7 - CafeSocial-July-2021
P. 7

गाथा  परमवीर क




                                               परमवीर अ ण खे पाल


                                       जसके  शौय  क   शंसा  यं श ु करे उसक  वीरता के   ा कहने!
                                     परमवीर च   वजेता परमवीर अ ण खे पाल  के  अद  और अ त
                                                              शौय  क  गाथा




        “हमारे पास के वल एक मौका था जब हम बसंतर नदी का यु    " सच है,  वप   जब आती है, कायर को ही दहलाती है,

        जीत सकते थे, हमारे १३ ल सस  क  २ द ो और पैट न टक  ो के    शूरमा नह   वच लत होत,े   ण एक नह  धीरज खोत,े
        द ो ने एक साथ आ मण िकया लेिकन हमारे और  वजय के     व   को गल े लगात े ह , क ट  म   राह बनात े ह ।
                                                         मुख से न कभी उफ कहते ह , संकट का चरण न गहते ह ।
        बीच म   सफ   अ ण खे पाल थे,  जसने अके ले ही अपनी अ त
                                                         जो आ पड़ता सब सहत े ह , उ ोग- नरत  नत रहत े ह ,
        वीरता और अद  साहस से उस आ मण को  वफल कर
                                                         शूल  का मूल नसान े को, बढ़ खुद  वप   पर छान े को।"
         दया।“
                                                                                                                         ----रामधार   सहं   दनकर
             ------मेजर ए  एच  अमीन ( नवत मान) पािक ान आरमर कोर


              िकसी भी वीर के  िकये इससे बड़ा स ान और  ा हो सकता      रा क व रामधार   सहं   दनकर के  ये श  भारतीय वीर  के
                      ु
        ह  जब उसक  बहादर  क  गौरव गाथा  यं श ु सै नक गाये और   ऊपर अ रशः उपयु  होते ह  जो अपने  ाण  क  परवाह ना करते
                                                          ु
        स ान  के   साथ  उसका  नाम  ले।  बसंतर  नदी  क   लड़ाई  ( जसे   हए मातृभू म क  र ा के  िकये अपने र , अपने  ाण  का ब लदान
        पािक ान  म   बड़ा  िपडं   के   नाम  से  जाना  जाता  ह )  हारने  के   बाद   दे  दया करते ह । इ   वीर  म  से एक
        पािक ानी सेना के  मेजर ने ये श  युवा शहीद अ ण खे पाल के    परमवीर थे   तीय ले  न ट शेर दल
         लए कहे थे।                                      "अ ण खे पाल"।  ज  न े मा  २१ वष   क
                                                         आयु म  वीरता क  वो गाथा  लख डाली

        बसंतर  नदी  क   लड़ाई  (०४   दसंबर  से  १७         जसको  लखने के   लए  यं  ग  के  देवता
                                                         भी तरसते ह गे।
         दसंबर १९७१)

              बसंतर नदी क  लड़ाई १९७१ के  भारत पाक यु  म  सबसे      भारतीय सेना क  ४७वी बटा लयन
        भीषण और मह पूण  लड़ाई के  नाम से जानी जाती ह । ये लड़ाई ०४   को बसंतर नदी पर पुल बनाने और उसके
                                                                     ु
         दसंबर से १७  दसंबर १९७१ के  बीच लड़ी गयी थी। और इस लड़ाई के    आसपास  बछ  हई एंटी टक   माइन को
        दौरान भारतीय सेना, पािक ान के  इलाके  जरपाल पर क ा करके     न  य करने का काम स पा गया
         ालकोट के  नजदीक पहंच गयी थी। इस लड़ाई के  दौरान भारतीय   था जो बेहद ही जो खम भरा था।
                          ु
        सेना ने ना के वल साम रक  ि  से मह पूण   े  शकरगड़ पर अपना   लेिकन जो जो खम से डर

        क ा िकया ब   पठानकोठ क  सुर ा करते हए बसंतर नदी पर   जाये तो िफर वो भारतीय
                                          ु
        पुल बना कर जरपाल पर भी क ा कर  लया था जो बाद म  प  मी   सेना कै सी?
         े  म  हए यु  म   नण यक सा बत हआ।
                                ु
             ु

                                                                                                JULY 2021 7
   2   3   4   5   6   7   8   9   10   11   12