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गाथा परमवीर क
परमवीर अ ण खे पाल
जसके शौय क शंसा यं श ु करे उसक वीरता के ा कहने!
परमवीर च वजेता परमवीर अ ण खे पाल के अद और अ त
शौय क गाथा
“हमारे पास के वल एक मौका था जब हम बसंतर नदी का यु " सच है, वप जब आती है, कायर को ही दहलाती है,
जीत सकते थे, हमारे १३ ल सस क २ द ो और पैट न टक ो के शूरमा नह वच लत होत,े ण एक नह धीरज खोत,े
द ो ने एक साथ आ मण िकया लेिकन हमारे और वजय के व को गल े लगात े ह , क ट म राह बनात े ह ।
मुख से न कभी उफ कहते ह , संकट का चरण न गहते ह ।
बीच म सफ अ ण खे पाल थे, जसने अके ले ही अपनी अ त
जो आ पड़ता सब सहत े ह , उ ोग- नरत नत रहत े ह ,
वीरता और अद साहस से उस आ मण को वफल कर
शूल का मूल नसान े को, बढ़ खुद वप पर छान े को।"
दया।“
----रामधार सहं दनकर
------मेजर ए एच अमीन ( नवत मान) पािक ान आरमर कोर
िकसी भी वीर के िकये इससे बड़ा स ान और ा हो सकता रा क व रामधार सहं दनकर के ये श भारतीय वीर के
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ह जब उसक बहादर क गौरव गाथा यं श ु सै नक गाये और ऊपर अ रशः उपयु होते ह जो अपने ाण क परवाह ना करते
ु
स ान के साथ उसका नाम ले। बसंतर नदी क लड़ाई ( जसे हए मातृभू म क र ा के िकये अपने र , अपने ाण का ब लदान
पािक ान म बड़ा िपडं के नाम से जाना जाता ह ) हारने के बाद दे दया करते ह । इ वीर म से एक
पािक ानी सेना के मेजर ने ये श युवा शहीद अ ण खे पाल के परमवीर थे तीय ले न ट शेर दल
लए कहे थे। "अ ण खे पाल"। ज न े मा २१ वष क
आयु म वीरता क वो गाथा लख डाली
बसंतर नदी क लड़ाई (०४ दसंबर से १७ जसको लखने के लए यं ग के देवता
भी तरसते ह गे।
दसंबर १९७१)
बसंतर नदी क लड़ाई १९७१ के भारत पाक यु म सबसे भारतीय सेना क ४७वी बटा लयन
भीषण और मह पूण लड़ाई के नाम से जानी जाती ह । ये लड़ाई ०४ को बसंतर नदी पर पुल बनाने और उसके
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दसंबर से १७ दसंबर १९७१ के बीच लड़ी गयी थी। और इस लड़ाई के आसपास बछ हई एंटी टक माइन को
दौरान भारतीय सेना, पािक ान के इलाके जरपाल पर क ा करके न य करने का काम स पा गया
ालकोट के नजदीक पहंच गयी थी। इस लड़ाई के दौरान भारतीय था जो बेहद ही जो खम भरा था।
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सेना ने ना के वल साम रक ि से मह पूण े शकरगड़ पर अपना लेिकन जो जो खम से डर
क ा िकया ब पठानकोठ क सुर ा करते हए बसंतर नदी पर जाये तो िफर वो भारतीय
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पुल बना कर जरपाल पर भी क ा कर लया था जो बाद म प मी सेना कै सी?
े म हए यु म नण यक सा बत हआ।
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