उन्होंने हाथ से हाथ का मुकाबला किया और अपनी संगीन से खून खींचने वाले पहले व्यक्ति थे। हालांकि घायल हो…
Read More »परमवीर चक्र
गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद, कर्नल बिक्कुमल्ला संतोष बाबू ने अपनी स्थिति पर दुश्मन के हमले को रोकने…
Read More »एक सैन्य इतिहास के साथ उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से पढाई की। जिसे अब महारानी लक्ष्मी बाई के नाम…
Read More »भारत माता की इस वीरांगना को स्वतंत्र भारत में गुमनामी में अपनी जिंदगी गुजारनी पड़ी। वीर महान क्रांतिकारी कल्पना दत्त…
Read More »ब्रिगेडियर संत सिंह एक भारतीय सैन्य अधिकारी थे, जिन्होंने ब्रिटिश भारतीय फौज के अलावा आजाद भारत की फौज में भी…
Read More »घुसपैठियों द्वारा निरंतर हो रहे एक के बाद एक आक्रमणों को सफलतापूर्वक ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह के नेतृत्व में विफल किया…
Read More »6 फ़रवरी, 1948 को कश्मीर युद्ध की सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी गई । क़बाइलियों की तरफ़ से इस हमले में…
Read More »1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के शुरू होने से ठीक पहले लेफ्टिनेंट कर्नल दीवान रंजीत राय को वाशिंगटन डी.सी. में एक…
Read More »पाकिस्तान के 60 टैंकों का विनाश करने वाले अमर बलिदानी लेफ्टिनेंट कर्नल ए. बी. तारापोर सन् 1965 के युद्ध में…
Read More »कंधे और पैर में घायल होने के बावजूद, उन्होंने अपना अभियान गंभीर दृढ़ संकल्प के साथ जारी रखा जब तक…
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