Satire

व्यंग्य – जाति ना पूछो साधु की

ऐसा ही नजारा आजकल हमारे न्यायालय (कोर्ट) परिसर में दिखाई पड़ रहे है जहां आजकल न्यामूर्ति साहेब खुले आम चीन…

Read More »

व्यंग्य – आज के अंगुलिमाल (भाग २)

शिशुपाल: मेने आपकी ईमानदारी की काफी कहानी सुन रखी थी और मुझे आपको इस हालत में देख यकीनन काफी दुख…

Read More »

व्यंग्य – आज के अंगुलिमाल

आप सोच रहे होंगे तो इसमें इतना सोचने की क्या बात हैं? हमारा भारतीय समाज तो उपहार लेने और देने…

Read More »

“अब तुम कुत्ते वाले हो गए हो”

   डॉ.करुणा पाण्डे – 9897501069  2/62 -सी , विशालखंड ,गोमतीनगर ,लखनऊ | बात उस समय की है जब हमने वी.आर.एस. लेने…

Read More »

ये मुआ स्टेटस  …हास्य व्यंग्य

पढ़कर न जाने मन कैसा-कैसा हो गया, हाल पूछा जनाब का तो पता चला 'ऐसे ही बस मम्मी ने फिल्म…

Read More »

Poverty & Calamity; Most saleable products of Modern Era

These appeals are well drafted, photographed & rehearsed and video graphed by expert of theirs fields. These appeals are bundles…

Read More »

गर्व से कहो हम लोटे है ! “व्यंग”

तो चलिए हम बताते है कि क्यों हम लोग लोटा है? देखिए ये तो आपको पता है कि लोटा अंदर…

Read More »

हम इंसान नही जानवर है – “व्यंग”

शेरू कुत्ता और भोलू बंदर आपस में जंगल में बढ़ रही असहिष्णुता पर बहस कर रहे थे कि तभी भोलू…

Read More »

क्या बिगाड़ के डर से ईमान की बात नही कहोगे?

जुम्मन शेख और अलगू चौधरी बहुत अच्छे दोस्त थे और उनकी दोस्ती जग प्रसिद्ध थी। जुम्मन शेख ने अपनी बूढ़ी…

Read More »

मेरो पेट भयो चीन – प्रदीप कुमार जैन

ससुरे चीन की विस्तारवादी नीति से तो सिर्फ भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान है जब देखो तब अपने को…

Read More »
Back to top button