अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: इनबुक फाउंडेशन द्वारा योग दिवस पर आयोजित शिविरों का महत्वपूर्ण कार्य |
वर्तमान समय में हमारी जीवन शैली काफी व्यस्त हो गई है जिसमें हमारा खानपान,सोना जागना और रहन सहन बदल गया है। जिसका दुष्प्रभाव शरीर में अनेक नई बीमारियों के रूप में दिखाई दे रहा है |
योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है, यह मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है। योग करना मतलब एकजुट होना, इस एकजुटता से शरीर को श्वांस और मन से एक किया जाता है |
योग– बदलती जीवनशैली को सही तरीके से जीवन जीने का विज्ञान है। इससे हमारे भौतिक, मानसिक, भावनात्मक, आत्मिक और आध्यात्मिक आदि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। योग में आसन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से हम अपने शरीर के विभिन्न अंगों, श्वास और मन में सामंजस्य बनाना सीखते हैं |
योग के आठ अंग होते हैं जिन्हें अष्टांग योग कहते हैं यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, और समाधि |
भारत को योग का जनक देश कहा जाता है, यहां प्राचीन काल से ही योग किया जा रहा है जिसका उल्लेख हिंदू संस्कृति में वेदों और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है।
पहले बहुत से देश योग को महत्व नहीं देते थे लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग के प्रस्ताव और इसके महत्व को रेखांकित किया तब योग प्रस्ताव को मंजूरी मिली और २१ जून २०१५ को प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। तब से हर वर्ष २१ जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। अब तो विज्ञान ने भी सिद्ध कर दिया है कि प्रतिदिन योग करने से शरीर के मुख्य अंग, और मांसपेशियां सुद्रण होती है तथा दिल, दिमाग, फैफडें, डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
इनबुक फाउंडेशन एंव कैफे सोशल अपने सामाजिक दायित्वों को समझते हुए हर वर्ष योग शिविरों का आयोजन कर लोगों को योग के प्रति जागरूक करता आ रहा है। इस वर्ष भी इंदौर, ग्वालियर, भिंड एवं मौ में शिविर लगाए गए और भाग लेने वाले समस्त लोगों को इनबुक फाउंडेशन की ओर से एक टोपी भेंट की गई।
हर दिन करो योग जिससे रहो सदैव निरोग
इनबुक फाउंडेशन परिवार आप सभी के स्वास्थ्य की मंगल कामनाएं करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं देता है।