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२०२३ -हमारा भारत और हम, ज्योतिषी की आँखों से- प्रो. विनय भारद्वाज, ज्योतिषाचार्य।

आराधना से मनोकामना पूर्ति का सूत्र

पूजा या इबादत सभी करते हैं, पर सभी को सभी तरह की पूजा कभी फलती नहीं है। लंबी पूजा करनेवाले भी दुखी जीवन व्यतीत करते हैं और ईश्वर से.शिकायत भी करते हैं कि आप मेरी सुन नहीं रहे हैं।

वास्तव में, ईश्वर ने भी जो यह सृष्टि बनाई है, उसमें विज्ञान का प्रयोग उन्होंने किया है। पृथ्वी का संतुलित रहना, प्रकृति द्वारा समय समय पर बदलते मौसम को लाना आदि इसके प्रमाण हैं। उसी प्रकार कौन सी पूजा किसे फलेगी, यह भी एक रहस्य है। यह बिल्कुल उसी प्रकार है, जैसे दूध को आप आग पर रखेंगे तो यह उबलेगा ही, जमेगा नहीं।

यह एक शाश्वत नियम है, वैसे ही पूजा के कुछ नियम हैं और यह कर्मकांड से बिल्कुल अलग है। मान लीजिये कि अजय नाम के किसी व्यक्ति ने कहा कि ‘ प्रभु, मेरी यह कामना पूर्ण कीजिये तो उसकी कामना पूर्ण नहीं होगी ‘ , किंतु उसने ये कहा कि ‘ मेरे ईश्वर, मेरी यह कामना पूर्ण करें ‘ तो कामना पूर्ण होगी। शब्दों के इस परिवर्तन में ही वो रहस्य छुपा है। इसे विस्तार से इस आलेख में बतलाया नहीं जा सकता है और ये गोपनीय भी होती है।

आप चाहें तो सलाह…

कैफ़े सोशल के माध्यम से मुझसे ले सकते हैं। ईश्वर तो एक ही हैं, पर उन्होंने अपनी ही शक्तियों को जहाँ तहाँ स्थापित किया है और उनमें से आपको किसकी आवश्यकता है और कौन सी शक्ति आपके करीब है, वो कैफ़े सोशल के माध्यम से आप जान पायेंगे। आपकी इबादत, आपकी प्रार्थना आपको लाभ दे, यह हमारा उद्देश्य है। मंत्र चयन की सावधानियों पर नजर रखना चाहिये। आपकी उन्नति और खुशी कैफ़े सोशल का उद्देश्य है और आप किसी तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं तो कैफ़े सोशल आपके लिये काउंसलिंग की व्यवस्था करेगा।

प्रो. विनय भारद्वाज
ज्योतिषाचार्य और मानविकी संकायाध्यक्ष,
मगध विश्वविद्यालय, गया

Email: [email protected]

@bhardwaazastrodevine
https://www.youtube.com/@bhardwaazastrodevine

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