सप्ताह के पहले दिन भी कैसे रखें खुदको Motivated!!
कभी-कभी सप्ताहांत ठहरने के बाद सोमवार को काम पर वापस जाना थोड़ा मुश्किल होता है। चिंता और दुखद चिंताएं अक्सर आपको सोमवार को काम पर वापस जाने से रोकती हैं। यह तो किसी के भी साथ घटित हो सकता है। नेगेटिव तब आता है जब आप काम करना शुरू करते हैं और कोरोनावायरस तब होता है जब ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम करते हैं।
इस स्थिति में सोमवार के दिन खुशनुमा मिजाज के साथ खुद को मोटिवेट रखते हुए काम करना जरूरी होता है. हालांकि घर की कुछ चीजें और बातें ऐसी होती हैं जिनसे मानसिकता पर थोड़ा प्रभाव भी दिखता है लेकिन काम तो करना है, ऐसे में मोटिवेटेड रहने के लिए यहां कुछ बातें और जरूरी टिप्स बताए गए हैं जिन्हें आप भी सोमवार को काम करते हुए अपना सकते हैं।
कार्य की सूची के अनुसार चलें
किसी काम की लिस्ट या तैयारी के बिना हर सुबह चुनौतीपूर्ण ही होती है और मन्डे को पिछले पेंडिंग काम भी देखने पड़ सकते हैं। ऐसे में खुद को इस स्थिति के अनुकूल बनाने के लिए एक छोटी लिस्ट जरूर होनी चाहिए, जिससे सोमवार के दिन भी आम दिनों की तरह काम चलता रहे।
बीच में लें छोटे-छोटे ब्रेक
वर्क फ्रॉम होम के दौरान ऑफिस वाला माहौल नहीं होता। लोग नहीं होते और सिर्फ आप और सिस्टम होते हैं। ऐसे में जरूरी होता है हर एक घंटे के बाद थोड़ा ब्रेक लेना। सोमवार को यह जरूरी इसलिए भी हो जाता है, क्योंकि वीकेंड की छुट्टी में बिताए आसान समय के कारण थोड़ी बोरियत महसूस होती है। ऐसे में कुछ मिनट का ब्रेक लेकर घूमना या बाहर जाकर आना करते हुए खुद को फ्रेश और मोटिवेटेड रखा जा सकता है।
वीकेंड पर अच्छी नींद
कई बार देखा जाता है कि वीकेंड को ध्यान में रखते हुए रात-रात भर फिल्म्स या वेब सीरीज देखने की आदत पड़ जाती है। ऐसे में नींद पूरी नहीं हो पाती और सोमवार को शरीर थका हुआ महसूस करता है। नींद पूरी करने पर ही सोमवार को फ्रेस माइंड के साथ काम किया जा सकता है।
सकारात्मक फ्रेम ऑफ माइंड
कई बार कुछ कामों में उलझन के कारण दिमाग में नकारात्मक चीजें आती हैं। उससे सप्ताह का पहला दिन यानी सोमवार को ही तनाव बढ़ने लगता है। इससे बचने के लिए हर काम में सकारात्मकता तलाशने का प्रयास करे। इससे काम की जटिलता भी आपकी मानसिक मजबूती को नहीं तोड़ पाएगी।
टीम से बातचीत करते रहें
कोरोना वायरस के समय ऑफिस की तुलना में काम ज्यादातर घर से ही हो रहा है। ऐसे में अपने साथ काम करने वाली टीम के सदस्यों से जुड़े रहना अहम हो जाता है। किसी भी समस्या के समाधान के लिए आप अपनी बातचीत बीच-बीच में करते रहें। सभी एक-दूसरे से दूर हैं इसलिए ऑनलाइन ग्रुप्स में कुछ मस्ती मजाक की बातें की जा सकती है लेकिन यह तय सीमा से ज्यादा भी नहीं होना चाहिए।