कर्मठ, अनुशासनप्रिय, मिलन सार आई.ए.एस.

कर्मठ, अनुशासनप्रिय, मिलन सार व्यक्तित्व वाले आई.ए.एस. नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी – By Adv. Surabhi Sankhla
आई.ए.एस. नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी वर्तमान में निवाड़ी (म.प्र.) के जिलाधीश हैं। अत्यन्त मृदुभाषी, मिलनसार जनता में अपना विश्वास कायम करने की क्षमता के कारण जहां जिस पद पर रहे जनता में लोकप्रियता कायम रही। रहन सहन साधारण लेकिन कर्म में मेहनती और लगनप्रिय रहते हैं।
ऐसे नरेन्द्रजी से हमारी संपादक ऐडवोकेट सुरभि साँखला की एक विशेष मुलाकात जो यादगार रहेगी।
नरेन्द्रजी बताते हैं कि उनका जन्म 1970 में इन्दौर (म.प्र.) में हुआ, इन्दौर शहर के एक ऐसे क्षेत्र में मेरा घर था, जहां अगर आटो में बैठकर जाता था, तो आटो (रिक्शा) वाला मुझे उस क्षेत्र से पहले ही कुछ दूरी पर छोड़ देते थे। ये क्षेत्र हैं मच्छी बाज़ार, यहाँ मैं अपने परिवार के साथ रहता था मेरे प्रिय पिता स्वर्गीय श्री बजरंग सूर्यवंशी जिन्होंने एक क्लर्क के रूप मेंनौकरी की शुरूआत की और अपनी बेजोड़ मेहनत के साथ लोक सेवा आयोग उपसचिवपद तक कार्यरत रहते सेवानिवृत्त हुए।
मेरे प्रिय पिताजी का भी यही सपना रहा कि मैं प्रशासनिक सेवा में नियुक्त होकर जनता की सेवा करूं,यकीनन आज मुझे गर्व के साथ खुशी होती है कि मैं इस पर कार्यरत हूँ।नरेन्द्रजी ने सन् 1996 में राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी के तहत शुरूआत की, और सन् 2019 से 2012 की वरिष्ठता के साथ आई.ए.एस.पद पर नियुक्त हुए।

सन् 2012 से 2019 के बीच में सरकारी नौकरी में मध्य-प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे उज्जैन, खरगोन, होशांगाबाद, देवास, खंडवा में उप-मंडल मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट रहे। भोपाल एवं होशांगाबाद में जिला कृषि उत्पादन विपणन समिति के सचिव पद पर रहा। मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के क्षेत्रीय प्रबंध के पद पर रहकर भी प्रमुख और व्यवस्थित कार्य किए। एवं नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण किए। एवं नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में भी काम किया। ग्रामीण विकास जिला पंचायत खरगोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ नगर निगम देवास के आयुक्त के रूप में शहरी विकास में भी सराहनीय काम रहा है। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री के विशेष ड्यूटी पर अधिकारी के नियुक्त रहा तथा म.प्र. सरकार द्वारा आयोजित “सिंहस्थ 2016” के प्रबंधक में प्रभारी और जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

महाकाल मंदिर में वी.आई.पी.कल्चर को बंद किया। राज्यपाल और मंत्री का भी बेरिकेटिंग से स्वागत किया। महाकाल मंदिर को और सुचारू रूप से व्यस्थित करने के लिए कई बड़े मंदिरों जैसे कि रामेश्वरम जैसे मंदिरों का भ्रमड़ किया। निवाड़ी जिले में विधानसभा उपचुनाव शांतिपूर्वक रूप से सम्पन्न करवाया।
निवाड़ी एक नया जिला बना है। निवाड़ी जिले अन्तर्गत मैं अपने कार्यकाल के दौरान बेहतर बदलाव पर विशेष ध्यान दे रहा हूँ। नरेन्द्रजी बताते हैं निवाड़ी काफी पिछड़ा क्षेत्र हैं। यहाँ परशिक्षा और विकास में आवश्यक बदलाव किये जा रहे हैं। इसे मैं अपनी महत्वपूर्ण प्राथमिकता मान रहा हूँ। कोरोना काल के चलते निवाड़ी क्षेत्र स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया गया।
ओरछा निवाड़ी जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है। इसकी स्थापना रुद्रप्रतापसिंह द्वारा राज्य की राजधानी के रूप में सन् 1501 के बाद किसी समय की गई थी।बुंदेलखण्ड क्षेत्र में बेतवानदी के किनारे बसा टीकमगढ़ से 80 किमी और उत्तर प्रदेश राज्य में झांसी से 15 किमी दुरी पर स्तिथ है। ओरछा नगर एक बहुत सुन्दर पर्यटक जगह है। उसके पर्यटन विकास को बढ़ाने के लिए मैं हेलीकाप्टर जॉयराइड (Helicoptor Joy Ride) की अनुमति दी है। ओरछा एक टूरिस्ट स्पॉट है यहाँ किले महल मंदिरऔर ऐतिहासिक स्मार को जैसी कई ऐतिहासिक संरचनायें देखने को मिलेगी। जैसे की रामराजा मंदिर
ओरछा की यात्रा में घूमने के लिए सबसे अच्छी और पवित्र जगहें में से एक है।रामराजा मंदिर देशका एकमात्र एक ऐसा मंदिर है जहाँ भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। इसी प्रकार ओरछा फोर्ट पर होने वाले लाइट एंडसाउंडशो जहागीर महल राजमहल चतुर्भुज मंदिर इत्यादि पर्यटक इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करते है।
लाड़पुराखास गांव जो की निवाड़ी जिले के ओरछा से 7 किमी दूर स्थित लाडपुराखास गांव सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव की सूची में शामिल किया गया है। यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ‘बेस्टटूरिज्मविलेज’ बेस्टटूरिज्मविलेज की श्रेणी में नामांकित किया गया है। लाड़पुराको UNESCO में शामिल करने के लिए हम निरंतर कार्यरत है।