मेरी कलम से

मेरी कलम से; रूह – ए – कायनात

सलवटे मलबूस (बिस्तर) की, आँखों में बदन की भूख, क्या सिर्फ टुकड़ा-ए-गोस्त ही थी मैं? शक सुवहा, वासना से मिले…

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मेरी कलम से – बेफ़िक्र, बेबाक़, बिंदास… जज्बात, ख्यालात, अल्फ़ाज़…

जो भटका हूं मैं खुद अपने शौक से, कोई और ज़िंदगी का रास्ता ना दिखाओ मुझे तुम बेतरतीबी में अपनी…

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शाश्वत ज्ञान – श्री मदन अग्रवाल

तेरह कातिक तीन अषाढ़। जो चूका सो गया बजार।।

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शाश्वत ज्ञान – श्री मदन अग्रवाल

इतवार करै धनवन्तरि होय, सोम करै सेवा फल होय।बुध बिहफै सुक्रै भरै बखार, सनि मंगल बीज न आवै द्वार।। भावार्थ-…

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हिंदी – भारत की भाव भाषा

है यह संस्कृत की पुत्री पर सींचित हुई सभी से कभी दक्षिण से कभी उत्तर से कभी पूर्व से कभी…

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तिलक करें तिरंगे का – मीना गोदरे , इंदौर

आन बान है शान तिरंगा सबके मन को भाए सदा रहेगा ऊंचा झंड़ा देश का स्वाभिमान बढ़ाए

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मेरी कलम सें; रक्षाबंधन – संजीव जैन

राखी का त्योंहार है,ये भाई बहन का प्यार है भारत के त्योहारों में,ये भाई बहन का त्योहार है  ये भाई…

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मैं और मेरा स्वार्थ

डी. के. सक्सेना((दीप-दर्शन) ग्वालियर म.प्र. घण्टियों का ये शोर  मुझे जँचता नही । पतित पावन यहाँ कोई दिखता नही ।…

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परिणति – डॉ अनिता अग्रवाल

फूलों की माला सेफूलों की चादर तक का सफर कितना हसीन, दिलकश और कितना करीब हुआ करता थासात फेरे, सात…

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मेरी कलम से

गज़ल तन्हा हूं इंसानी हुजूम में भी तन्हा हूं मुझे खुद पता नहीं कहां हूं। मुहब्बत करने की जुर्रत क्या…

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