पुरुस्कृत कहानी – इलज़ाम

वैसे, वासुदेव, जाँच की बात सुनकर जरा सा भी नहीं डरा था, क्योंकि उसने सारे लोन बैंक के दिशा-निर्देशों के अनुरूप स्वीकृत की थी।