नीव के पत्थर

नींव के पत्थर – दूधवाले समाज के अनदेखे नायक

"जी हां, यह सच है कि दूध में मिलावट के कई मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन मैं खुद दूध…

Read More »

राजकुमार उर्फ मल्लू एक टाइपिस्ट की संघर्षपूर्ण यात्रा

यह सच है कि आजकल सबकुछ डिजिटल हो रहा है। लेकिन मैं मानता हूं कि मशीनों और सॉफ्टवेयर से ज्यादा…

Read More »

नींव के पत्थर: अखबार वाला सुबह की पहली दस्तक

एक अखबार वितरण करने वाले के साथ बातचीतहमारे सवेरे के गुमनाम हीरो हर दिन मुंबई में, जब शहर अभी सो…

Read More »

हिम्मत और मेहनत की कहानी, कविता किरण

मैंने पूछा कि आपकी जिंदगी का निचोड़ क्या है ?उन्होंने कहा कि समय एक समान कभी नहीं होता है ।

Read More »

नींव के पत्थर – घाटियों के साहसी रक्षक

प्रकृति का आनंद लेना अदभुत है, लेकिन यह याद रखना बेहद जरूरी है कि सुरक्षा और सावधानी हमेशा सबसे पहले…

Read More »

कानपुर के मोबाइल मिस्त्री की प्रेरणादायक यात्रा अमरनाथ चौहान

आज की दुनिया में मोबाइल का इतना उपयोग हो रहा है कि हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है और…

Read More »

गहरे रिश्तों की कहानीः घर का सहायक

अपने निजी जीवन में भी मैंने देखा है कि ऐसे व्यक्ति संतान की भूमिका तक अदा कर देते हैं।

Read More »

टाइपिस्ट क्लर्क – ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह

जब हमारे देश में टाइपिंग के क्षेत्र में इतनी सुविधाएं नहीं थी। एक टाइपिंग मशीन हुआ करती थी और दिन…

Read More »

नींव के पत्थर – प्लंबर

आर्थिक रुप से संघर्षरत ऐसे लोग प्रायः हर घरों की आवश्यकता हैं

Read More »

JOURNEY OF A PASSIONATE SANSKRIT SCHOLAR: SAMPADANANDA MISHRA

By the very design, Sanskrit is different and unique it is rhythmic and systematic. Hence linguistic ability, logical thinking, original…

Read More »
Back to top button